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Showing posts from February, 2012

ग्राफिक डिजाइनिंग करें कुछ नया - Tayaari - LiveHindustan.com

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ग्राफिक डिजाइनिंग कोर्स

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खेल-कूद प्रश्नोत्तरी

जंपवाल किस खेल से सम्बंधित शब्दावली है ?-बास्केटबॉल


मेयर्स कप किस खेल से सम्बंधित है ? - मुक्केबाजी


बाउल्स किस खेल से सम्बंधित है?- ग्रीन्स


वाटरपोलो खेल में कितने खिलाडी होते है ? - सात


प्रथम विश्व कप फुटबॉल को कहाँ खेला गया ? - उरुग्वे


प्रथम राष्ट्रमंडल खेलो का आयोजन कहाँ पर हुआ था ?- हेमिल्टन


डायमंड परिसर किस खेल से सम्बन्ध है ? - बेसबॉल


रूस का राष्ट्रीय खेल कौनसा है ? - फुटबॉल


जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम कहाँ पर है ?- नई दिल्ली


पंटर शब्दावली किस खेल से सम्बंधित है?- घुडदौड


लॉन टेनिस में नेट की ऊंचाई कितनी होती है? - ३ फीट


जापान का राष्ट्रीय खेल कौनसा है ?-जूडो


हॉकी के मैदान की लम्बाई कितनी होती है ?-१०० गज (९१.४४ मीटर)


लाइन्स मैन कौनसे खेल की शब्दावली में प्रयुक्त होता है ?-फुटबॉल


आगा खां कप किस खेल से सम्बंधित है ? - हॉकी


चेपक क्रिकेट स्टेडियम कहाँ है ? - चेन्नई


वेलोड्रम किस खेल का परिसर होता है ?- साइक्लिंग


आधुनिक ओलम्पिक खेल, प्रतियोगिता का आरम्भ कब हुआ ? - ६ अप्रेल १८९६


सं.रा. अमेरिका का खेल कौनसा है ?-बेसबॉल


वर्ष 2014 में एशियाई खेल कहाँ आयोजित किए जाएँगे ? - इंचियोन


आइस हॉकी कौनसे राष्ट्र का राष्ट्र…

राजस्थान सामान्य ज्ञान क्विज ४

Øकौन-सा जिला मरूस्थली प्रदेष में नहीं हैं?  (अ) बाड़मेर (ब) बीकानेर (स) सिरोही   (द) जैसलमेर
Øभरतपुर जिला किस भौगोलिक प्रदेष में हैं?   (अ)  मरूस्थली प्रदेष   (ब)  हाड़ौती प्रदेष  (स) षुष्क प्रदेष   (द) पूर्वी मैदान
Øमाउण्ट आबू पर स्थित झील का नाम क्या हैं? (अ) आना सागर   (ब)  नक्की  (स) पिछोला     (द)  सीली सेढ़
Øसामन्त व्यवस्था मूलतः थी- (अ) वैवाहिक संस्था (ब) सांस्कृतिक संस्था (स) प्रशासनिक सैनिक व्यवस्था (द) सामाजिक संगठन
Øसामन्त जागीर पर सामन्त का अधिकार था। (अ) जन्मजात (ब) दान में प्राप्त (स) किराये दार (द) वेतन के रूप में
Øसामन्त प्रशासन का मूल स्वरूप था। (अ) टेन्ट के समान (ब) घर के समान (स) पदसोपान (स) पीरामिड़ के समान
Øराजा के उत्तराधिकारी निश्चित करने में निर्णायक भूमिका निभाते थें। (अ) भौमिया (ब) मुत्सद्दी (स) सामन्त (द) चारण-भाट
Øएकमात्र रियासत जहाँ उत्तराधिकारी शुल्क नहीं था। (अ) बीकानेर(ब) जैसलमेर (स) जोधपुर (द) जयपुर
Øखालसा में न्याय का कार्य करते थे। (अ) हाकिम (ब) जागीरदार (स) भौमिया (द) मुत्सद्दी

राजस्थान के प्रमुख पशु विकास एवं प्रजनन केंद्र

राजस्थान के प्रमुख पशु विकास एवं प्रजनन केंद्र -  


भैंस प्रजनन केंद्र - वल्लभनगर (उदयपुर) 


चारा बीज उत्पादन फार्म - मोहनगढ़ (जैसलमेर) 


बतख, चूजा उत्पादन केंद्र - बांसवाड़ा 


राष्ट्रीय पोषाहार संस्थान - जामडोली (जयपुर) 


बकरी प्रजनन फार्म - रामसर (अजमेर) 


षुकर प्रजनन फार्म - अलवर  


बूलमदर फार्म - चादन गांव (जैसलमेर) 


केंद्रीय पषु प्रजनन केद्र  - सूरतगढ़ (गंगानगर) 


राज्य कुंकुट फार्म - जयपुर 


गौवंष संवर्द्धन फार्म - बस्सी (जयपुर) 


राष्ट्री उष्ट्र अनुसंधान केंद्र - जोहड़बीड़ (बीकानेर) 


पष्चिमी क्षेत्रीय बकरी अनुसंधान केंद्र - अविका नगर (टोंक) 


केंन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधन संस्थान - अविकानगर (टोंक) 



नाली नस्ल भेड़ प्रजनन अनुसंधान  केंद्र  - हनुमानगढ़ 


मगरा पुगल भेड़ प्रजनन अनुसंधान  केंद्र  - बीकानेर 


राजस्थान भेड़ व ऊन प्रषिक्षण केद्र - जोधपुर   


राजस्थान ऊन विष्लेषण प्रयोगषाला - बीकानेर


मुर्रा नस्ल भेड़ प्रजनन केंद्र - कुमेर (भरतपुर) 





दक्षिणी-पूर्वी पठारी प्रदेश (हाड़ौती का पठार)

दक्षिणी-पूर्वी पठारी प्रदेश (हाड़ौती का पठार) राजस्थान का दक्षिणी-पूर्वी क्षेत्र एक सुनिश्चित भौगोलिक इकाई है जिसे ‘हाड़ौती का पठार’ के नाम से जाना जाता है। इसके अन्तर्गत चार जिले कोटा, बारां, बून्दी एवं झालावाड़ सम्मिलित किये जाते है। इस प्रदेष का क्षेत्रिय विस्तार 24,185 वर्ग कि.मी. है तथा इसकी पूर्वी, दक्षिणी एवं दक्षिणी-पष्चिमी सीमायें मध्य प्रदेष से मिलती है।
भौगोलिक प्रारूप  उच्चावच की दृष्टि से यह प्रदेष मालवा के पठार का उत्तरी भाग है। मूलरूप से यहाँ का धरातल पठारी है, इसी कारण इसको ‘हाड़ौती का पठार‘ नाम दिया जाता है।
  इस प्रदेष में अर्द्ध-चन्द्राकार रूप में पर्वत श्रेणियों का विस्तार है जो क्रमषः बूँदी और मुकुन्दवाड़ा की पहाड़ियों के नाम से जानी जाती है। बूँदी की श्रेणी एक दोहरी पर्वतमाला है जिसकी लम्बाई लगभग 90 कि.मी. है तथा ऊँचाई समुद्रतल से 300 से 350 मीटर है। मुकुन्दवाड़ा श्रेणी का विस्तार लगभग 120 कि.मी. की लम्बाई में है तथा इसकी औसत ऊँचाई 335 से 503 मीटर है। इस श्रेणी का सर्वो च्च षिखर चंदवाड़ी क्षेत्र में 517 मीटर ऊँचा है। इस पठारी भाग पर चम्बल, काली सिन्ध, पार्वती, मेज…
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