कुंभलगढ़ का दुर्ग
कुंभलगढ़ का दुर्ग राजसमंद जिले में अवस्थित है। गिरी दुर्ग के उत्कृष्ट उदाहरण के रूप में प्रतिष्ठित इस सुदृढ़ किले की आधारशिला मेवाड़ के राणा कुम्भा ने 1448 ईस्वी में रखी थी व इसका निर्माण 1458 ईस्वी में पूर्ण हुआ था।
कुंभलगढ़ दुर्ग की तलहटी में मेवाड़ के राणा रायमल के ज्येष्ठ पुत्र कुंवर पृथ्वी राज की स्मृति में छतरी बनी हुई है, जो राजपुताना के इतिहास में उड़ना राजकुमार के नाम से प्रसिद्ध है।
मेवाड़ के राजपरिवार की शरणस्थली के रूप में प्रसिद्ध इस दुर्ग में एक लधु दुर्ग स्थित है, जो कटार गढ़ के नाम से प्रसिद्ध है। कटार गढ के उत्तर में मामा देव का कुंड है, जहां मेवाड़ के राणा कुम्भा के पुत्र कुंवर उदा ने उनकी जघन्य हत्या कर दी थी। जो भी हो, कुंभलगढ़ दुर्ग की प्राचीर विश्व में चीन की महान दीवार के पश्चात विश्व की सबसे लंबी दीवार है, जो आज भी आगंतुकों को अभिभूत कर देती है।
कृपया कुछ समय दे कर हमें अपने सुझावों से अवगत करें, ताकि हम इस जानकारी को अधिक उपयोगी बना सकें. अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, पता और संपर्क सूत्र न छोडें. यह एक प्रतिक्रिया मात्र है और इसकी कोई पुष्टि अथवा जवाब आप…
कुंभलगढ़ दुर्ग की तलहटी में मेवाड़ के राणा रायमल के ज्येष्ठ पुत्र कुंवर पृथ्वी राज की स्मृति में छतरी बनी हुई है, जो राजपुताना के इतिहास में उड़ना राजकुमार के नाम से प्रसिद्ध है।
मेवाड़ के राजपरिवार की शरणस्थली के रूप में प्रसिद्ध इस दुर्ग में एक लधु दुर्ग स्थित है, जो कटार गढ़ के नाम से प्रसिद्ध है। कटार गढ के उत्तर में मामा देव का कुंड है, जहां मेवाड़ के राणा कुम्भा के पुत्र कुंवर उदा ने उनकी जघन्य हत्या कर दी थी। जो भी हो, कुंभलगढ़ दुर्ग की प्राचीर विश्व में चीन की महान दीवार के पश्चात विश्व की सबसे लंबी दीवार है, जो आज भी आगंतुकों को अभिभूत कर देती है।
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